Tuesday 26 January 2016

राशि अनुसार उपाय चतुर्थी तिथि को तिल चतुर्थी का व्रत किया जाता है

माघ मास के शुक्ल पक्ष की चतुर्थी तिथि को तिल चतुर्थी का व्रत किया जाता है। इसे संकटा चतुर्थी भी कहते हैं। इस बार ये व्रत 27 जनवरी, बुधवार को है। चूंकि बुधवार भी भगवान श्रीगणेश की पूजा के लिए श्रेष्ठ दिन माना जाता है। इसलिए इस चतुर्थी का विशेष महत्व है। ज्योतिष के अनुसार, इस दिन यदि राशि अनुसार उपाय किए जाएं तो भक्त की हर मनोकामना पूरी हो सकती है। ये उपाय इस प्रकार हैं-
मेष राशि
1. मेष राशि वाले लोगों को सिंदूरी रंग के गणेशजी की आराधना करना चाहिए।
2. 11 दूर्वा हल्दी के जल में डालकर श्रीगणेश को अर्पित करें। 
3. ऊं गं गणपतये नम: को दूर्वा से 108 बार भोजपत्र पर लिखें। 
4. ऐसी गणेश उपासना से सभी संकट टल जाते हैं और धन-धान्य की प्राप्ति होती है।

वृषभ राशि
1. वृषभ राशि वाले लोगों के लिए दूधिया रंग के श्रीगणेशजी की आराधना करना उत्तम होता है।
2. श्रीगणेश को सफेद फूल पर इत्र लगाकर नौ दूर्वा के साथ अर्पित करें सफेद लड्डू का भोग लगाएं।
3. पूजा करते समय ऊँ गं ऊँ गं मंत्र का जाप करें।
4. इस प्रकार श्रीगणेश का पूजन करने पर वृषभ राशि वाले लोगों को सभी कार्य में सफलता सिद्धि प्राप्त हो सकती है।
मिथुन राशि
1. मिथुन राशि वाले लोगों के लिए हरे रंग की गणेश प्रतिमा की पूजा करना शुभ होता है।
2. श्रीगणेश की कृपा प्राप्त करने के लिए दूर्वा की माला बनाकर ऊँ श्री गं गणाधिपतये नम: 108 बार बोल कर चढ़ाएं।
3. श्रीगणेश को गुड़ का भोग लगाएं।4. इस प्रकार भगवान श्रीगणेश की पूजा करने से सुख-संपत्ति की प्राप्ति होती है।
कर्क राशि
1. कर्क राशि वाले लोगों के लिए सफेद रंग के गणेशजी की पूजा करना श्रेष्ठ रहता है।
2. श्रीगणेश को प्रसन्न करने के लिए सफेद आंकड़े के फूल की माला बनाकर साथ में दूर्वा की जड़ बांधकर अर्पित करें।
3. ऊँ श्री श्वेतार्क देवाय नम: का जाप कम से कम 108 बार करें।
4. भगवान श्रीगणेश को मोदक का भोग लगाएं साथ ही मक्खन भी। इस प्रकार भगवान गणेश की पूजा करने से समस्त मनोकामना पूर्ण होती है।
सिंह राशि
1. सिंह राशि वाले लोगों के लिए मेहरून रंग की श्रीगणेश प्रतिमा की आराधना करना ज्यादा सफलता कारक माना गया है।
2. सिंह राशि के लोग भगवान श्रीगणेश की विधि-विधान से पूजा करें।
3. पहले 108 दूर्वा पर थोड़ा कुंकुम लगा लें, उसके बाद यह दूर्वा श्रीगणेश को अर्पित करें।
4. गुड़ की 11 गोली बनाकर भगवान श्रीगणेश को अर्पण करें, इससे आपकी हर मनोकामना पूरी हो सकती है।
कन्या राशि
1. कन्या राशि वाले लोगों को गहरे हरे रंग के गणेशजी की आराधना करना श्रेष्ठ रहता है।
2. श्रीगणेश को साबूत हरे मूंग 108 की संख्या में चढ़ाएं।
3. भगवान गणेश के मंदिर में हरे मूंग गुड़ का दान करें।
4. श्री वक्रतुण्डाय नम: मंत्र का 108 बार जाप करें। इस तरह श्रीगणेश का पूजन करने से आपको सभी कार्यों में सफलता प्राप्त होगी।
तुला राशि
1. तुला राशि वाले लोगों को सफेद मिश्रित रंग के गणेशजी की प्रतिमा का पूजन करना सर्वोत्तम होता है।
2. सवाया लड्डू का भोग श्रीगणेश को लगाएं।
3. दूर्वा फूल भी सवा सौ ग्राम या सवा किलो चढाएं, जिससे समस्त संकट का निवारण होकर इच्छित मनोकामना पूरी हो सकती है।
4. श्रीगणेश स्त्रोत का पाठ करना भी श्रेष्ठ होता है।

 वृश्चिक राशि
1. वृश्चिक राशि वाले लोगों के लिए लाल मिश्रित श्रीगणेशजी की आराधना करना सबसे अच्छा होता है। 
2. श्रीगणेश को लाल रंग से रंगे चावल अर्पण करें।
3. इस बात का विशेष ध्यान रखें कि चावलों की संख्या 108 से कम अथवा ज्यादा न हो। 
4. श्री विघ्नहरण संकट हरणाय नम: का जाप करें, जिससे समस्त मनोकामना परिपूर्ण हो सके।

धनु राशि

1. धनु राशि वाले लोगों को पीले रंग की गणेशजी की आराधना करना चाहिए। 
2. हल्दी की पांच गठान श्री गणाधिपतये नम: का जाप करते हुए चढ़ाएं। 
3. 108 दूर्वा पर गीली हल्दी लगाकर श्री गजवकत्रम नमो नम: का जाप करके चढ़ाएं। 
4. श्रीगणेश को लड्डुओं का भोग लगाएं। इस प्रकार पूजा करने से भगवान श्रीगणेश सभी कामनाएं पूरी करते हैं।

मकर राशि

1. मकर राशि वाले लोगों के लिए नीले रंग के श्रीगणेश की आराधना करना सर्वोत्तम होता है।
2. भगवान श्रीगणेश को काले तिल अर्पण करें।
3. दूर्वा व लाल रंग के फूल पर इत्र लगाकर श्री गणेशाय नम: का जाप करके श्री गणेशजी को अर्पण करें। इससे सभी संकट टल जाते हैं।
4. गणपति अर्थवशीर्ष का पाठ करें।

कुंभ राशि

1. कुंभ राशि वाले लोगों को आसमानी रंग की गणेश प्रतिमा की आराधना करनी चाहिए। 
2. श्रीगणेश पर सिंदूर का तिलक लगाएं व उनके मस्तक के मध्य में हल्दी का तिलक लगाएं।
3. भगवान श्रीगणेश को 108 दूर्वा चढ़ाएं, जिससे समस्त रुके हुए कामों में सफलता अच्छी प्राप्त हो सके।
4. ऊँ गं गणपतयै नम: का जाप करें।

मीन राशि

1. मीन राशि वाले लोगों को हल्दी रंग के श्री गणेशजी की आराधना करनी चाहिए।
2. हल्दी की जड़ पर आठ बार ऊं गं गं गं गं गं श्री गजाय नम: लिखकर भगवान श्री गणेशजी को अर्पण करें।
3. पीले रंग के धागे में पीले फूल व दूर्वा की माला बनाकर श्री गणेशजी को अर्पण करें। 
4. चने की दाल और गुड़ भगवान श्रीगणेश के मंदिर में दान करें।

तिल चतुर्थी है। इसे संकटा चतुर्थी भी कहते हैं

आज (27 जनवरी, बुधवार) तिल चतुर्थी है। इसे संकटा चतुर्थी भी कहते हैं। इस दिन भगवान श्रीगणेश को प्रसन्न करने के लिए व्रत पूजा की जाती है। इस दिन कुछ विशेष उपाय किए जाएं तो भगवान श्रीगणेश अपने भक्तों पर प्रसन्न होकर उनकी हर मनोकामना पूरी करते हैं। अगर आप भी इस विशेष अवसर का लाभ उठाना चाहते हैं तो कल इन 11 में से कोई 1 उपाय करें-

1. 
शास्त्रों में भगवान श्रीगणेश का अभिषेक करने का विधान बताया गया है। तिल चतुर्थी पर भगवान श्रीगणेश का अभिषेक करने से विशेष लाभ होता है। इस दिन आप शुद्ध पानी से श्रीगणेश का अभिषेक करें। साथ में गणपति अथर्व शीर्ष का पाठ भी करें। बाद में मावे के लड्डुओं का भोग लगाकर भक्तों में बांट दें।
2. यंत्र शास्त्र के अनुसार, गणेश यंत्र बहुत ही चमत्कारी यंत्र है। तिल चतुर्थी पर घर में इसकी स्थापना करें। इस यंत्र की स्थापना पूजन से बहुत लाभ होता है। इस यंत्र के घर में रहने से किसी भी प्रकार की बुरी शक्ति घर में प्रवेश नहीं करती।

3. अगर आपके जीवन में बहुत परेशानियां हैं, तो आप तिल चतुर्थी पर हाथी को हरा चारा खिलाएं और गणेश मंदिर जाकर अपनी परेशानियों का निदान करने के लिए प्रार्थना करें। इससे आपके जीवन की परेशानियां कुछ ही दिनों में दूर हो सकती हैं।
4. अगर आपको धन की इच्छा है, तो इसके लिए आप तिल चतुर्थी पर सुबह स्नान आदि करने के बाद भगवान श्रीगणेश को शुद्ध घी और गुड़ का भोग लगाएं। थोड़ी देर बाद घी गुड़ गाय को खिला दें। ये उपाय करने से धन संबंधी समस्या का निदान हो सकता है।


5. तिल चतुर्थी पर किसी गणेश मंदिर जाएं और दर्शन करने के बाद अपनी इच्छा के अनुसार गरीबों को दान करें। कपड़े, भोजन, फल, अनाज आदि दान कर सकते हैं। दान के बाद दक्षिणा यानी कुछ रुपए भी दें। दान से पुण्य की प्राप्ति होती है और भगवान श्रीगणेश भी अपने भक्तों पर प्रसन्न होते हैं।
6. तिल चतुर्थी पर पीले रंग की गणेश प्रतिमा अपने घर में स्थापित कर पूजा करें। पूजा में श्रीगणेश को हल्दी की पांच गठान श्री गणाधिपतये नम: मंत्र का उच्चारण करते हुए चढ़ाएं। इसके बाद 108 दूर्वा पर गीली हल्दी लगाकर श्री गजवकत्रम नमो नम: का जाप करके चढ़ाएं। यह उपाय लगातार 10 दिन तक करने से प्रमोशन होने की संभावनाएं बढ़ सकती हैं।


7. तिल चतुर्थी पर सुबह स्नान आदि करने के बाद समीप स्थित किसी गणेश मंदिर जाएं और भगवान श्रीगणेश को 21 गुड़ की गोलियां बनाकर दूर्वा के साथ चढ़ाएं। इस उपाय से भगवान आपकी हर मनोकामना पूरी हो सकती है।
8. यदि बिटिया का विवाह नहीं हो पा रहा है, तो तिल चतुर्थी पर विवाह की कामना से भगवान श्रीगणेश को मालपुए का भोग लगाएं व्रत रखें। शीघ्र ही उसके विवाह के योग बन सकते हैं।


9. तिल चतुर्थी को दूर्वा (एक प्रकार की घास) के गणेश बनाकर उनकी पूजा करें। मोदक, गुड़, फल, मावा-मिष्ठान आदि अर्पण करें। ऐसा करने से भगवान गणेश सभी मनोकामनाएं पूरी करते हैं।
10. यदि लड़के के विवाह में परेशानियां रही हैं, तो वह तिल चतुर्थी पर भगवान श्रीगणेश को पीले रंग की मिठाई का भोग लगाएं। इससे उसके विवाह के योग बन सकते हैं।



11. तिल चतुर्थी पर व्रत रखें। शाम को घर में ही गणपति अर्थवशीर्ष का पाठ करें। इसके बाद भगवान श्रीगणेश को तिल से बने लड्डुओं का भोग लगाएं। इसी प्रसाद से अपना व्रत खोलें और भगवान श्रीगणेश से मनोकामना पूर्ति के लिए प्रार्थना करें।